*पत्रकार के साथ अभद्रता के मामले में उत्तर प्रदेश जिला चित्रकूट के पत्रकारों ने लामबंद होकर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। पत्रकारों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।* रिपोर्ट नीरज जैन पत्रकार स्वयं सहायता समूह के द्वारा प्रेषित चित्रकूट/मानिकपुर- पत्रकारों से अभद्रता के मामले में कार्रवाई की मांग, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को दिया ज्ञापन आपको बता दें कि जनपद क्षेत्र के अंतर्गत मानिकपुर तहसील के चकबंदी विभाग कार्यालय पर दैनिक, राष्ट्रीय मुहिम चित्रकूट ब्यूरो चीफ अजय पाण्डेय एवं जिला संवाददाता इमाम हुसैन शनिवार के दिन खबर कवरेज करने गए थे,प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने बताया कि चकबंदी विभाग के लेखपाल उमेश पांडे सेमरदहाँ ग्राम पंचायत के ऊपर कुछ किसानों ने आरोप लगाकर लगाया कि लगातार कार्यालय में किसानों को बुलाया जाता है, लेकिन किसानों का काम उक्त लेखपाल आजकल करके वापस कर देता है। साथ ही जिन किसानों के द्वारा काम के नाम पर पैसा पा जाता है उनका काम कर देता है ऐसी जानकारी पत्रकारों ने दी हालांकि पत्रकार अजय पाण्डेय का मोबाइल भी छीन कर जमीन में पटक दिया लेखपाल ने जिसकी वजह से मोबाइल टूट गया वा प्रेस आई कार्ड एवं प्रेस बैग भी छीन लिया था, प्रेस बैंक से ₹535 नगद निकाल लिया,इसके बाद दोनों पक्षों में काफी वादविवाद,बहस हुई इस बीच चकबंदी स्टाफ भी मौके में मौजूद था। यह घटना सुबह 10:30 बजे के आसपास बताई जा रही है। घटनास्थल पर काफी शोर हो रहा था जिसकी वजह से कई अधिवक्ताओं ने भी मौके में पहुंचे जिसके बाद दोनों पक्षों को शांत किया गया। और बीच-बचाव कर पत्रकारों को वापस उस जगह से हटाया गया। *आपको बता दें कि इसके पूर्व भी कई ऐसे मामले लेखपाल उमेश पांडे के द्वारा किसानों से वाद विवाद हो चुका है* उक्त प्रकरण की जानकारी पत्रकार अजय पाण्डेय ने अपने पत्रकार संगठन एवं उच्च पदाधिकारियों को फोन के माध्यम से अवगत करवाया है साथ ही उक्त प्रकरण की जानकारी जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक चित्रकूट व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ उप जिलाधिकारी मानिकपुर, पार्टी प्रभारी मंत्री नंद गोपाल नंदी उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ और भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह वा थाना अध्यक्ष मानिकपुर को लिखित ज्ञापन देकर,डाक के माध्यम से आज रजिस्ट्री की गई है और ज्ञापन में लिखा गया है कि उक्त दोषी के खिलाफ उचित कार्यवाही किया जाए, *चकबंदी विभाग के लेखपाल ने पत्रकारों से किया अभद्रता,* पत्रकारों के अनुसार चकबंदी कार्यालय गए थे पत्रकार, एक जानकारी के लिए लेकिन पत्रकारों की जानकारी करने पर पत्रकारों को लेखपाल ने कार्यालय से भाग जाने व मारपीट कर मोबाइल भी छीन कर तोड़ दिया, जिसके बाद पत्रकार अपनी जान बचाने की गुहार लगाई तो मौके पर पूर्व बार एसोसिएशन तहसील अध्यक्ष राम दिनेश द्विवेदी ने दोनों पक्षों को शांत किया। प्रार्थी पीड़ित पत्रकार ने बताया कि उक्त लेखपाल ने ₹535 भी छीन लिया हालांकि उक्त प्रकरण की जानकारी पत्रकारों ने अपने पत्रकार संगठनों को भी दिया एवं उच्च अधिकारियों से दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है। पत्रकारों ने लिखा कि उक्त प्रकरण को गंभीरता से लेकर दोषी चकबंदी विभाग के लेखपाल हल्का-कार्यक्षेत्र सेमरदहाँ के ऊपर उचित कानूनी कार्यवाही करें,तो यह न्याय उचित होगा।आपको बता दें कि मानिकपुर कस्बा में की गई पत्रकार के साथ अभद्रता के मामले में चित्रकूट के पत्रकारों ने लामबंद होकर एसपी व उच्च अधिकारियों को ज्ञापन दिया। पत्रकारों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।पत्रकार-अजय पाण्डेय व इमाम हुसैन के साथ अभद्र व्यवहार किया व धमकी दी।

Comments

Popular posts from this blog

आगरा में फतेहाबाद के मासूम अभय की किडनैपिंग का दर्दनाक अंत, खेत में दफन मिला शव आगरा। फतेहाबाद थाना क्षेत्र से तीन महीने पहले किडनैप किए गए आठ साल के बच्चे की हत्या कर दी गई है। उसके शव को प्लास्टिक के बोरे में बंद कर जमीन में दफना दिया गया था। पुलिस ने बच्चे का शव धौलपुर के मनिया से बरामद कर लिया है। बच्चे की हत्या की खबर से परिवार में कोहराम मच गया है। आगरा में फतेहाबाद के मासूम अभय की किडनैपिंग का दर्दनाक अंत, खेत में दफन मिला शव मासूम अभय, जिसका कोई अपराध नहीं था, लेकिन फिर भी उसकी जान ले ली गई। - परिजनों ने कई बार पुलिस से मुलाकात कर बच्चों को बरामद करने की लगाई थी गुहार - तीन महीने बाद बच्चे का शव धौलपुर के मनिया के पास तालाब किनारे दफन मिला फतेहाबाद क्षेत्र में विजय प्रताप रहते हैं। वह किसान हैं। 30 अप्रैल को उनका बेटा अभय परचूनी की दुकान पर सामान लेने गया था। वापस नहीं आने पर घर वाले घबरा गए। दो दिनों के बाद घर के पास एक चिट्ठी मिली, जिसमें लिखा था कि बच्चे को जिंदा चाहते हो तो 80 लाख रुपए का इंतजाम कर लो। इस बारे में परिवार ने पुलिस को जानकारी दी। विधायक छोटेलाल वर्मा ने भी अधिकारियों से बात की। अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि वह बच्चे को खोज लेंगे। इसके बाद भी पुलिस उसको खोज नहीं पाई। इस बीच किडनैपर्स ने विजय प्रताप के घर पर चिट्ठी भेज कर फिर से फिरौती मांगी। उसमें लिखा था कि अगर पैसे नहीं मिले तो बच्चे के हाथ काट देंगे। उसके टुकड़े-टुकड़े कर देंगे। परिवार के द्वारा फिर से अधिकारियों से मुलाकात की गई और कहा गया कि काफी समय निकल गया है लेकिन बच्चे का सुराग नहीं लग रहा है। इसके बाद पुलिस ने अपनी पड़ताल तेज की। पुलिस ने शक के आधार पर परचूनी की दुकान चलाने वाले से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल लिया। पुलिस ने उस बच्चे के बारे में पूछा तो उसने बताया कि बच्चे की हत्या कर उसका शव धौलपुर के पास मनिया में हाईवे किनारे खेत के पास तालाब किनारे दफना दिया है। फतेहाबाद पुलिस ने धौलपुर पुलिस के साथ बताए स्थान पर पहुंचकर शव को जमीन से बाहर निकाला। परिजनों को मासूम की हत्या की जानकारी दी तो पूरे परिवार पर मानो वज्रपात हो गया।

दोहरे हत्याकांड के प्रदर्शनकारियों पर मुकदमे में पत्रकार का नाम शामिल करने पर पत्रकार संगठन ने खोला मोर्चा ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम किरावली को सौंपा ज्ञापन दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग, मंगलवार को पुलिस आयुक्त से मुलाकात किरावली। थाना क्षेत्र अंतर्गत में हुए दोहरे हत्याकांड के बाद ग्रामीणों ने अछनेरा चौराहे पर शव रखकर हुए प्रदर्शन के मामले में दर्ज मुकदमे में कवरेज करने गए पत्रकार का नाम शामिल किए जाने से पत्रकारों में आक्रोश है। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। आरोप है कि अछनेरा पुलिस ने प्रदर्शन की चौतरफा वीडियोग्राफी होने के बावजूद बिना ठोस सबूत के मीडिया कर्मी भोजकुमार को भी मुकदमे में नामजद कर दिया। इस पर संगठन ने शनिवार को तहसील परिसर किरावली में उप जिलाधिकारी किरावली नीलम तिवारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए फर्जी नामजदगी हटाने और दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन तेज किया जाएगा।गौरतलब है कि थाना किरावली क्षेत्र के गोपऊ नहर पर 13 जुलाई को अछनेरा के आरदया गांव के दो लोगों की हत्या कर दी गई थी। 14 जुलाई की सुबह ग्रामीणों ने शवों को अछनेरा चौराहे पर रखकर घटना के खुलासे की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर मामले का खुलासा कर दिया। इसके बाद 16 जुलाई को अछनेरा थाना पुलिस ने 17 नामजद और 20-25 अज्ञात लोगों के विरुद्ध अभियोग दर्ज किया। ग्रामीणों का आरोप है कि इसमें कई निर्दोष लोगों के नाम जबरन जोड़े गए हैं, जिनमें पत्रकार भोजकुमार का नाम भी शामिल है।ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विष्णु कुमार सिकरवार ने बताया कि मंगलवार को जिले के पत्रकार पुलिस आयुक्त दीपक कुमार से मुलाकात कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में उपाध्यक्ष अशोक कुमार, परमेंद्र फौजदार, सुमित कुमार, जगन प्रसाद, कमल बिहारी मुखिया, कर्मवीर सिंह, शैलेश कुमार, अमित कुमार समेत अन्य पत्रकार साथी मौजूद रहे।

आगरा के पुरामना में डबल मर्डर: बंधे मिले दो युवकों के शव, सिर पर धारदार वार के निशान आगरा। जिले के किरावली थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह दोहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई। गांव पुरामना के पास नहर किनारे दो युवकों के खून से लथपथ शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। दोनों के सिर पर धारदार हथियार से किए गए हमले के गहरे निशान मिले हैं, जिससे उनकी हत्या की आशंका और गहरी हो गई है। शवों के पास शराब पीने के सामान मिलने से पुलिस सुनियोजित साजिश की ओर इशारा कर रही है। आगरा के पुरामना में डबल मर्डर: बंधे मिले दो युवकों के शव, सिर पर धारदार वार के निशान आगरा के किरावली थानांतर्गत पुरामना गांव में आज सुबह मिले दो युवकों के शव और मौके पर जांच करती पुलिस। सुबह-सुबह दिखा खौफनाक मंजर, ग्रामीणों में दहशत सोमवार की सुबह जब ग्रामीण नहर किनारे टहलने निकले, तो खून से सने दो शव देख उनके होश उड़ गए। कुछ ही देर में भीड़ जुट गई और पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों की पहचान नेत्रपाल पुत्र चंद्रभान (उम्र 38 वर्ष) और कृष्ण पाल उर्फ केपी पुत्र लालाराम, दोनों निवासी अरदाया, थाना अछनेरा, के रूप में की। हाथ-पैर बंधे हुए थे, सिर पर चोट के निशान से हत्या की पुष्टि पुलिस को मृतक नेत्रपाल के हाथ-पैर बंधे मिले, जबकि दोनों शवों के सिर पर गंभीर वार के निशान थे। शवों के पास गुटखा, डिस्पोजल ग्लास, पानी के पाउच और शराब से जुड़े अन्य सामान मिलने से प्रथम दृष्टया शराब पिलाकर हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है। परिजनों के अनुसार, दोनों युवक रविवार शाम घर से एक साथ निकले थे, लेकिन रात तक वापस नहीं लौटे। दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि दोनों युवकों एक बार रात को घर आ गए थे। इसके बाद रात दस बजे इन्हें फिर से बुलाया गया और फिर दोनों की हत्या को अंजाम दिया गया। शवों को रखकर परिजनों ने किया जाम, पुलिस को घेरा घटना की खबर मिलते ही मृतकों के परिजन मौके पर पहुंचे और रो-रोकर कोहराम मचा दिया। जब पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जा रही थी, तभी आक्रोशित परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर रास्ता जाम कर दिया। उन्होंने पुलिस से तुरंत कार्रवाई और खुलासे की मांग की। काफी मान-मनौव्वल और समझाने-बुझाने के बाद पुलिस ने जाम खुलवाया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फॉरेंसिक टीम मौके पर, हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए और पंचनामा भरने के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस आसपास के गांवों में पूछताछ कर रही है और दोनों युवकों की गतिविधियों और संपर्कों को खंगाल रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हत्या की वजह और समय को लेकर स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी। पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही हत्यारों को बेनकाब कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।