आगरा में व्हाट्सएप पर लेते थे सेना में भर्ती कराने का ठेका, गिरफ्तार दलालों ने उगले तीन सैन्यकर्मियों के नाम आगरा के सिकंदरा स्थित आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज में चल रही सेना भर्ती के दौरान शुक्रवार को दो दलाल पकड़े गए थे। दोनों तीन सैन्यकर्मियों की मदद से भर्ती कराने का ठेका लेते थे। आरोपियों से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस को पता चला है कि दलाल सैन्यकर्मियों से बात व्हाट्सएप कॉल से करते थे। कागजात भी इस पर भेजते थे। सैन्यकर्मियों के ओके लिखने पर अभ्यर्थी से रकम ली जाती थी।   थाना सिकंदरा पुलिस ने शुक्रवार को फर्जी दस्तावेजों की मदद से सेना में भर्ती होने आए बुलंदशहर के ताड़पुर खादर निवासी अजीत कुमार को गिरफ्तार किया था। वह मेडिकल प्रक्रिया में दस्तावेज सत्यापन के दौरान पकड़ा गया था।  अजीत ने पुलिस को बताया था कि दो दलालों ने छह लाख रुपये में भर्ती कराने का ठेका लिया था। उसकी निशानदेही पर दलाल डौकी के नगरिया निवासी रंजीत कुमार और मथुरा के नौहझील निवासी शशि कुरैशी को गिरफ्तार किया था। तीनों को जेल भेज दिया गया है।  आगरा जिले के रहने वाले हैं तीन सैन्यकर्मी थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार ने बताया कि दलालों से पूछताछ में पता चला कि वे डौकी के गांव नगरिया निवासी योगेंद्र कुमार, सौरव और विकास के संपर्क में थे। तीनों ही सेना में अलग-अलग जगह पर तैनात हैं। शशि अभ्यर्थियों को ढूंढकर लाता है।  इसके बाद रंजीत सैन्यकर्मियों से बात करता था। इसके लिए व्हाट्सएप कॉल और चैटिंग का सहारा लिया जाता है। दलाल युवाओं को फंसाने के बाद व्हाट्स एप पर सैन्यकर्मियों को कागजात भेजते थे। उनके ओके करने पर ही अभ्यर्थी से एडवांस रकम ली जाती थी।  सेना में भर्ती कराने का ठेका छह लाख रुपये तक में लिया जाता था। गिरफ्तार आरोपियों की मोबाइल की जांच में यह बात सामने आई है। भर्ती प्रक्रिया से पहले अभ्यर्थी को सैन्यकर्मियों से भी मिलाने दलाल लेकर जाते थे। इसके लिए जगह तय की जाती थी।  एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि सेना में फर्जी दस्तावेजों से भर्ती कराने वाले गैंग में शामिल फौजी कहां तैनात हैं? इसकी जानकारी के लिए मिलिट्री इंटेलीजेंस को रिपोर्ट दी है। सैन्यकर्मियों को मुकदमे में आरोपी बनाया गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई सेना के अधिकारियों को करनी है। मंडल ब्यूरो चीफ बीरेन्द्र वर्मा आगरा

Comments

Popular posts from this blog

आगरा में फतेहाबाद के मासूम अभय की किडनैपिंग का दर्दनाक अंत, खेत में दफन मिला शव आगरा। फतेहाबाद थाना क्षेत्र से तीन महीने पहले किडनैप किए गए आठ साल के बच्चे की हत्या कर दी गई है। उसके शव को प्लास्टिक के बोरे में बंद कर जमीन में दफना दिया गया था। पुलिस ने बच्चे का शव धौलपुर के मनिया से बरामद कर लिया है। बच्चे की हत्या की खबर से परिवार में कोहराम मच गया है। आगरा में फतेहाबाद के मासूम अभय की किडनैपिंग का दर्दनाक अंत, खेत में दफन मिला शव मासूम अभय, जिसका कोई अपराध नहीं था, लेकिन फिर भी उसकी जान ले ली गई। - परिजनों ने कई बार पुलिस से मुलाकात कर बच्चों को बरामद करने की लगाई थी गुहार - तीन महीने बाद बच्चे का शव धौलपुर के मनिया के पास तालाब किनारे दफन मिला फतेहाबाद क्षेत्र में विजय प्रताप रहते हैं। वह किसान हैं। 30 अप्रैल को उनका बेटा अभय परचूनी की दुकान पर सामान लेने गया था। वापस नहीं आने पर घर वाले घबरा गए। दो दिनों के बाद घर के पास एक चिट्ठी मिली, जिसमें लिखा था कि बच्चे को जिंदा चाहते हो तो 80 लाख रुपए का इंतजाम कर लो। इस बारे में परिवार ने पुलिस को जानकारी दी। विधायक छोटेलाल वर्मा ने भी अधिकारियों से बात की। अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि वह बच्चे को खोज लेंगे। इसके बाद भी पुलिस उसको खोज नहीं पाई। इस बीच किडनैपर्स ने विजय प्रताप के घर पर चिट्ठी भेज कर फिर से फिरौती मांगी। उसमें लिखा था कि अगर पैसे नहीं मिले तो बच्चे के हाथ काट देंगे। उसके टुकड़े-टुकड़े कर देंगे। परिवार के द्वारा फिर से अधिकारियों से मुलाकात की गई और कहा गया कि काफी समय निकल गया है लेकिन बच्चे का सुराग नहीं लग रहा है। इसके बाद पुलिस ने अपनी पड़ताल तेज की। पुलिस ने शक के आधार पर परचूनी की दुकान चलाने वाले से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल लिया। पुलिस ने उस बच्चे के बारे में पूछा तो उसने बताया कि बच्चे की हत्या कर उसका शव धौलपुर के पास मनिया में हाईवे किनारे खेत के पास तालाब किनारे दफना दिया है। फतेहाबाद पुलिस ने धौलपुर पुलिस के साथ बताए स्थान पर पहुंचकर शव को जमीन से बाहर निकाला। परिजनों को मासूम की हत्या की जानकारी दी तो पूरे परिवार पर मानो वज्रपात हो गया।

दोहरे हत्याकांड के प्रदर्शनकारियों पर मुकदमे में पत्रकार का नाम शामिल करने पर पत्रकार संगठन ने खोला मोर्चा ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम किरावली को सौंपा ज्ञापन दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग, मंगलवार को पुलिस आयुक्त से मुलाकात किरावली। थाना क्षेत्र अंतर्गत में हुए दोहरे हत्याकांड के बाद ग्रामीणों ने अछनेरा चौराहे पर शव रखकर हुए प्रदर्शन के मामले में दर्ज मुकदमे में कवरेज करने गए पत्रकार का नाम शामिल किए जाने से पत्रकारों में आक्रोश है। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। आरोप है कि अछनेरा पुलिस ने प्रदर्शन की चौतरफा वीडियोग्राफी होने के बावजूद बिना ठोस सबूत के मीडिया कर्मी भोजकुमार को भी मुकदमे में नामजद कर दिया। इस पर संगठन ने शनिवार को तहसील परिसर किरावली में उप जिलाधिकारी किरावली नीलम तिवारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए फर्जी नामजदगी हटाने और दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन तेज किया जाएगा।गौरतलब है कि थाना किरावली क्षेत्र के गोपऊ नहर पर 13 जुलाई को अछनेरा के आरदया गांव के दो लोगों की हत्या कर दी गई थी। 14 जुलाई की सुबह ग्रामीणों ने शवों को अछनेरा चौराहे पर रखकर घटना के खुलासे की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर मामले का खुलासा कर दिया। इसके बाद 16 जुलाई को अछनेरा थाना पुलिस ने 17 नामजद और 20-25 अज्ञात लोगों के विरुद्ध अभियोग दर्ज किया। ग्रामीणों का आरोप है कि इसमें कई निर्दोष लोगों के नाम जबरन जोड़े गए हैं, जिनमें पत्रकार भोजकुमार का नाम भी शामिल है।ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विष्णु कुमार सिकरवार ने बताया कि मंगलवार को जिले के पत्रकार पुलिस आयुक्त दीपक कुमार से मुलाकात कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में उपाध्यक्ष अशोक कुमार, परमेंद्र फौजदार, सुमित कुमार, जगन प्रसाद, कमल बिहारी मुखिया, कर्मवीर सिंह, शैलेश कुमार, अमित कुमार समेत अन्य पत्रकार साथी मौजूद रहे।

आगरा के पुरामना में डबल मर्डर: बंधे मिले दो युवकों के शव, सिर पर धारदार वार के निशान आगरा। जिले के किरावली थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह दोहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई। गांव पुरामना के पास नहर किनारे दो युवकों के खून से लथपथ शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। दोनों के सिर पर धारदार हथियार से किए गए हमले के गहरे निशान मिले हैं, जिससे उनकी हत्या की आशंका और गहरी हो गई है। शवों के पास शराब पीने के सामान मिलने से पुलिस सुनियोजित साजिश की ओर इशारा कर रही है। आगरा के पुरामना में डबल मर्डर: बंधे मिले दो युवकों के शव, सिर पर धारदार वार के निशान आगरा के किरावली थानांतर्गत पुरामना गांव में आज सुबह मिले दो युवकों के शव और मौके पर जांच करती पुलिस। सुबह-सुबह दिखा खौफनाक मंजर, ग्रामीणों में दहशत सोमवार की सुबह जब ग्रामीण नहर किनारे टहलने निकले, तो खून से सने दो शव देख उनके होश उड़ गए। कुछ ही देर में भीड़ जुट गई और पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों की पहचान नेत्रपाल पुत्र चंद्रभान (उम्र 38 वर्ष) और कृष्ण पाल उर्फ केपी पुत्र लालाराम, दोनों निवासी अरदाया, थाना अछनेरा, के रूप में की। हाथ-पैर बंधे हुए थे, सिर पर चोट के निशान से हत्या की पुष्टि पुलिस को मृतक नेत्रपाल के हाथ-पैर बंधे मिले, जबकि दोनों शवों के सिर पर गंभीर वार के निशान थे। शवों के पास गुटखा, डिस्पोजल ग्लास, पानी के पाउच और शराब से जुड़े अन्य सामान मिलने से प्रथम दृष्टया शराब पिलाकर हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है। परिजनों के अनुसार, दोनों युवक रविवार शाम घर से एक साथ निकले थे, लेकिन रात तक वापस नहीं लौटे। दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि दोनों युवकों एक बार रात को घर आ गए थे। इसके बाद रात दस बजे इन्हें फिर से बुलाया गया और फिर दोनों की हत्या को अंजाम दिया गया। शवों को रखकर परिजनों ने किया जाम, पुलिस को घेरा घटना की खबर मिलते ही मृतकों के परिजन मौके पर पहुंचे और रो-रोकर कोहराम मचा दिया। जब पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जा रही थी, तभी आक्रोशित परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर रास्ता जाम कर दिया। उन्होंने पुलिस से तुरंत कार्रवाई और खुलासे की मांग की। काफी मान-मनौव्वल और समझाने-बुझाने के बाद पुलिस ने जाम खुलवाया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फॉरेंसिक टीम मौके पर, हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए और पंचनामा भरने के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस आसपास के गांवों में पूछताछ कर रही है और दोनों युवकों की गतिविधियों और संपर्कों को खंगाल रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हत्या की वजह और समय को लेकर स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी। पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही हत्यारों को बेनकाब कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।